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एक ही पल में विलेन बन गया ये खिलाड़ी, एक गलती से टीम इंडिया पर मंडराया हार का खतरा

बर्मिंघम में खेले जा टेस्ट मैच के चौथे दिन इंग्लैंड की टीम ने अचानक पासा पलट दिया. अब तक बैकफुट पर दिख रही मेजबान टीम अब जीत की तरफ अग्रसर हो गई है. चौथे दिन भारत ने इंग्लैंड को जीत के लिए 378 रनों का टारगेट दिया. जवाब में इंग्लिश टीम ने स्टंप्स तक 3 विकेट गंवा कर 259 रन बना लिए हैं और उसे जीत के लिए सिर्फ 119 रनों की जरूरत है.

इस मैच में एक पल ऐसा आया जब टीम इंडिया का ही एक खिलाड़ी उसके लिए सबसे बड़ा विलेन बन गया. इस खिलाड़ी की एक गलती से भारत अब ये मैच हारने के करीब पहुंच गया है. पांचवें दिन जीत के लिए इंग्लैंड को अब सिर्फ 119 रन ही बनाने होंगे. इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और सैम बिलिंग्स जैसे खतरनाक बल्लेबाज भी अभी आने बाकी हैं.

सबसे बड़ा विलेन बना ये खिलाड़ी
इंग्लैंड की दूसरी पारी के दौरान 38वें ओवर में मोहम्मद सिराज गेंदबाजी के लिए आए. मोहम्मद सिराज के इस ओवर की चौथी गेंद पर हनुमा विहारी ने स्लिप में इंग्लैंड के खतरनाक बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो का कैच टपका दिया. जॉनी बेयरस्टो उस समय 14 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे. हनुमा विहारी अगर उस कैच को पकड़ लेते तो जॉनी बेयरस्टो 72 रनों की पारी नहीं खेल पाते.

मैच हारने के करीब पहुंच गया भारत
जॉनी बेयरस्टो ने न सिर्फ 72 रन बना लिए हैं, बल्कि जो रूट के साथ मिलकर 150 रन जोड़ दिए हैं. जॉनी बेयरस्टो और जो रूट ने मिलकर टीम इंडिया को लगभग इस मैच से बाहर कर दिया. टीम इंडिया की इस हालत के लिए हनुमा विहारी को जिम्मेदार माना जा रहा है, जिन्होंने 14 रन पर इंग्लैंड के खतरनाक बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो का कैच टपका दिया.

बहुत ही घटिया खेल दिखाया
हनुमा विहारी की बात करें तो इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच में उन्होंने बहुत ही घटिया खेल दिखाया. रोहित शर्मा और केएल राहुल जैसे बल्लेबाजों की गैरमौजूदगी में उनसे बड़ी पारी की उम्मीद थी, लेकिन वह मौके को पूरे तरीके से भुना नहीं पाए. इंग्लैंड के खिलाफ मैच में हनुमा विहारी सिर्फ 20 रन बनाकर आउट हो गए. दूसरी पारी में तो हनुमा विहारी क्रीज पर टिकने के लिए भी जूझते नजर आए.

बल्लेबाजी में भी रहा फिसड्डी
हनुमा विहारी दूसरी पारी में 11 रन के स्कोर पर ही पवेलियन लौट गए. हनुमा विहारी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को सीरीज जिताने में अहम भूमिका अदा की थी, लेकिन उसके बाद वह अपनी लय बरकरार नहीं रख पाए. ऐसे उनके टेस्ट टीम में रहने पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. जबकि उनकी मयंक अग्रवाल को मौका दिया जा सकता था.

203 रन बनाकर ऋषभ ने रचा इतिहास, 72 साल का रिकॉर्ड किया ध्वस्त, तोड़ा धोनी का धांसू रिकॉर्ड

ऋषभ पंत ने इंग्‍लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्‍ट की पहली पारी में शतक जमाया और फिर दूसरी पारी में भी दमदार खेलते हुए अर्धशतक जड़ा. ऋषभ पंत ने इसी के साथ 72 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. दरअसल, ऋषभ पंत ऐसे मेहमान विकेटकीपर बललेबाज बन गए हैं, जिन्‍होंने इंग्‍लैंड में एक टेस्‍ट मैच में सबसे ज्‍यादा रन बनाने के रिकॉर्ड बनाया है.

72 साल का रिकॉर्ड तोड़ा
ऋषभ पंत ने वेस्‍टइंडीज के पूर्व विकेटकीपर क्‍लाइड वॉलकोट का रिकॉर्ड तोडा, जिनके नाम पहले यह रिकॉर्ड दर्ज था. क्‍लाइड वॉलकोट ने 1950 में इंग्‍लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में 14 और 168* रन बनाए थे. पंत ने दूसरी पारी में 36वां रन बनाते ही यह रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. पंत ने एमएस धोनी के इंग्‍लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्‍ट में 151 रन के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया. धोनी ने 77 और 74* रन की पारी खेली थी.

49 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी की
भारतीय विकेटकीपर बल्‍लेबाज ऋषभ पंत ने इंग्‍लैंड के खिलाफ एजबेस्‍टन टेस्‍ट की दूसरी पारी में शानदार अर्धशतक जमाया. पहली पारी में 146 रन बनाने वाले 24 साल के ऋषभ पंत ने दूसरी पारी में 86 गेंदों में 8 चौके की मदद से 57 रन बनाए. दूसरी पारी में अर्धशतक जमाकर ऋषभ पंत ने पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्‍लेबाज फारुख इंजीनियर के 49 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी की.

ऋषभ पंत एक टेस्‍ट मैच में शतक और अर्धशतक जमाने वाले भारत के दूसरे विकेटकीपर बल्‍लेबाज बन गए हैं. फारुख इंजीनियर के बाद पंत ने ही टेस्‍ट क्रिकेट में यह कमाल करके दिखाया है. पार्सी समुदाय की तरफ से भारतीय क्रिकेट टीम में खेलने वाले आखिरी क्रिकेटर 84 साल के फारुख इंजीनियर ने 1973 में मुंबई में इंग्‍लैंड के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी. तब इंजीनियर ने 121 और 66 रन बनाए थे.

सबसे तेज 2000 रन
पंत ने सोमवार को इंग्‍लैंड के खिलाफ टेस्‍ट मैच में इस रिकॉर्ड की बराबरी की. पहली पारी में शतक के साथ ही पंत टेस्‍ट क्रिकेट में सबसे तेज 2000 रन पूरे करने वाले भारतीय विकेटकीपर बल्‍लेबाज बने. इस आंकड़ें को पार करने के लिए पंत को केवल 31 मैच लगे.

9 क्रिकेटर जिन्होने विकलांग होने के बावजूद मैदान पर गाड़े सफलता के झंडे, इस भारतीय गेंदबाज को था पोलियो

क्रिकेट में बगैर फिटनेस बनाए रखे कोई भी क्रिकेटर खेलने के बारे में सोच भी नहीं सकता। पर आपने कभी ऐसा सोचा है कि बिना एक पैर या हाथ के,यानि शारीरिक अक्षमता के वह अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर अर्न्तराष्ट्रीय क्रिकेट जगत में अपना नाम कमा सकता है, शायद नहीं

George Hirst: One of the greatest all-rounders, and the pioneer of 'swerve'  | Cricket Country1. टोनी ग्रेग
इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी टोनी ग्रेग को मिर्गी की गंभीर बीमारी थी। बचपन से ही इस बीमारी से घिरे रहने के बावजूद उन्होंने अर्न्तराष्ट्रीय क्रिकेट में 8 शतक अपने नाम दर्ज करा लिये। इसके अलावा इंग्लैंड के कप्तानी की बागडोर भी साल 1975 से 1977 के बीच संभाली.

Len Hutton: The master of unparalleled technique and focus | Cricket Country2. लेन हट्टन
इंग्लैंड की सरजर्मी पर जन्में इस दिग्गज खिलाड़ी का एक हाथ,दूसरे से करीब दो इंच छोटा था। हालांकि लगातार कड़ी मेहनत और ट्रेनिंग के कारण उन्होंने इससे उबरते हुए टेस्ट क्रिकेट में 19 शतक जड़ दिए,जिसके लिए उन्होंने 79 टेस्ट मैच खेले थें.

It's a fun place to play cricket' - Guptill thrilled about a World Cup in  England3. मार्टिन गुप्टिल
न्यूजीलैण्ड के धाकड़ बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल के जबरदस्त बल्लेबाजी देखकर आप कभी नहीं सोच सकते कि उनको किसी भी तरह की शारीरिक अक्षमता होगी। पर यह बात पूरी तरह से सच है, महज 13 साल की उम्र में उनका एक्सीडेंट हो गया था,जिसमें उनका पैर कुचल गया. इसके बाद हुए सर्जरी में उनके एक पैर की महज दो अंगुलियां ही बची. ऐसे में उनका अर्न्तराष्ट्रीय क्रिकेट जगत में शानदार पारियां खेलना बेहद ही अचंभित कर देना वाला दिखाता है.

Mansoor Ali Khan Pataudi | The success tale of the one-eyed tiger -4. मंसूर अली खान पटौदी
लड़कियों के बीच चहेते मंसूर अली का साल 1961 में एक कार एक्सीडेंट हो गया था,जिसमें उनके आंस की रोशनी चली गयी थी। एक आंख की रोशनी जाने के बावजूद उन्होंने क्रिकेट को नहीं छोड़ा और साल 1978 में न्यूजीलैण्ड में हुई टेस्ट सीरीज में टीम इण्डिया का नेतृत्व करते हुए सीरीज को अपने नाम कर लिया.

Venkataraghavan - A man of many parts, India cricket team | Cricbuzz.com - Cricbuzz5. भागवत चंद्रशेखर
लीजेण्ड पूर्व स्पिनर चंद्रशेखर एक संक्रामक रोग से ग्रस्त थे,जो पोलियो वायरस का कारण होता है। इसकी वजह से उनके रीढ़ की हड्डी पर बुरा असर होता है। हालांकि उनको यह गंभीर बीमारी भी क्रिकेट खेलने से रोक नहीं सकी और अपने अर्न्तराष्ट्रीय क्रिकेट में 58 मैच खेलकर 242 विकेट लेकर अपना नाम हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज करा लिया.

Hard for bowlers to adjust': Waqar Younis wants standardisation of ball  brand in Test cricket6. वकार युनिस
पाकिस्तानी गेंदबाज वकार यूनिस को रिवर्स स्विंग कराने में महारथ हासिल थी. वह पाकिस्तान के महानतम गेंदबाजों में गिने जाते हैं. यूनिस के बाएं हाथ की सबसे छोटी उंगली नहीं थी.

Garry Sobers: Cricketers Of The Century Tribute | Wisden Cricket7. गैरी सोबर्स
वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर सर गैरी सोबर्स के दोनों हाथों में एक-एक उंगलियां एक्स्ट्रा थी. जिन्हें उन्होंने बचपन में ही निकलवा दिया था.

एक हाथ में दो उंगलियां नहीं थीं, फिर भी क्रिकेट की दुनिया में छा गया ये  बॉलर - azeem hafeez born with two fingers missing on his right hand tspo -  AajTak8. अजीम हफीज
हफीज पाकिस्तान के सफलतम गेंदबाजों में शुमार रहे हैं. उन्होने टीम के लिए 18 टेस्ट मैच खेले जिसमें उनके नाम में 63 विकेट हैं इसके अलावा उन्होने 15 वनडे मैचों में 15 विकेट लिए. उनके दाएं हाथ में दो उंगलियां कम थीं.

INDvsAUS: KKR fan gifts Pat Cummins his 2015 shirt on arrival in India |  INDvsAUS: KKR के प्रशंसक ने किया कमिंस का स्वागत, दिया खास Gift | Hindi  News, क्रिकेट9. पैट कमिंस
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज पैट कमिंस की गिनती चोटी के गेंदबाजों में होती है. कमिंस जब भी गेंदबाजी करने के लिए मैदान में आते हैं लोगों की नजरें उनकी बीच वाली उंगली पर जाती है. बता दें कि कमिंस की बीच वाली उंगली करीब एक सेंमी छोटी है. जब वह 4 साल के थे तब यह कट गई थी.

भारत को मिला दुनिया का सबसे तूफानी बल्लेबाज, खेली 1000 रन की आतिशी पारी, जड़े 188 छक्के-चौके

टेस्ट मैच में शतक बनाना किसी भी खिलाड़ी के लिए बड़ी बात होती है लेकिन मुंबई के क्रिकेटर प्रणव धनवाड़े एक पारी में 1000 रन बनाकर इतिहास रच दिया. वह ऐसा करने वाले पहले क्रिकेटर हैं। धनवाड़े ने रिकॉर्ड तोड़ बल्‍लेबाजी करते हुए एक दो दिवसीय मैच के पहले दिन (4 जनवरी) को 652 रन बनाए और फिर दूसरे दिन 1000 रन का आंकड़ा भी पार कर लिया। प्रणव ने 1009 रन की पारी के लिए 327 गेंदों का सामना किया। उन्‍होंने 129 चौके और 59 छक्‍के लगाए.Image result for धनवाड़े
धनवाड़े ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से आयोजित एचटी भंडारी इंटर स्‍कूल टूर्नामेंट में केसी गांधी स्‍कूल की ओर से खेलते हुए आर्य गुरुकुल स्‍कूल के खिलाफ यह पारी खेली। उन्‍होंने इंग्‍लैण्‍ड के आर्थर कोलिंस का 117 साल पुराना रिकॉर्ड ध्‍वस्‍त किया। कोलिंस ने 1899 में जूनियर हाउस मैच में नाबाद 628 रन बनाए थे। धनवाड़े की पारी की बदौलत उनकी टीम 1400 से अधिक रन बनाये है। यह सबसे बड़ा टीम स्‍कोर है।Image result for धनवाड़ेइससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्‍ट्रेलिया की विक्‍टोरिया टीम के नाम था, जिसने 1926 में न्‍यू साउथ वेल्‍स के खिलाफ 1127 रन बनाए थे। धनवाड़े ने अपनी पारी से एक दिन में सबसे ज्‍यादा रन बनाने का पृथ्‍वी शॉ का रिकॉर्ड तोड़ दिया। धनवाड़े के कोच मोबिन शेख कहते हैं कि इस टूर्नामेंट से पहले मैंने उससे कहा था कि अगर वानखेड़े में खेलना है तो बड़ा स्‍कोर मारना पड़ेगा।Image result for धनवाड़े
अब उसने ऐसा कर दिखाया उम्‍मीद है आगे भी उसका यही फॉर्म जारी रहेगा। धनवाड़े के पिता प्रशांत ऑटोरिक्‍शा चलाते हैं और वे चाहते हैं कि उनका बेटा मुंबई अंडर-16 टीम का हिस्‍सा बने। वे कहते हैं कि मैं चाहता हूं कि मेरा बेटा एक महान क्रिकेटर बने। उसने आज साबित कर दिया कि उसमें टैलेंट हैं। क्रिकेट काफी महंगा खेल है। उसका खर्चा उठाने के लिए मैंने ज्‍यादा मेहनत की।

5 चौके 3 छक्के लगाकर भारतीय गेंदबाज ने उड़ाया गर्दा, दूसरा टी20 भारत ने 10 रन से जीता

भारत और इंग्लैंड के बीच 7 जुलाई से 3 मैचों की टी20 सीरीज़ शुरू होने जा रही है. उससे पहले टीम इंडिया अपनी तैयारी में जुटी हुई है. इस क्रम में दो वार्मअप मैच खेले गए. जिसमें पहला मैच टीम इंडिया ने डर्बीशायर के खिलाफ खेला. वहीं दूसरा मैच रविवार को नॉर्थम्पटनशायर के खिलाफ खेला गया. इस मैच में टीम इंडिया ने 10 रन से जीत हासिल की.

हर्षल पटेल का ऑलरांउडर प्रदर्शन
नॉर्थम्पटनशायर के आमंत्रण पर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 149 रन बनाए. टीम के लिए सबसे ज्यादा 54 रन हर्षल पटेल ने बनाए. उन्होने 36 गेंदों का सामना करते हुए 5 चौके और 3 छक्के जड़े.

इसके अलावा कप्तान दिनेश कार्तिक ने 34 अय्यर ने 20 और ईशान किशन ने 17 रन का योगदान दिया. नॉर्थम्पटनशायर की तरफ से ब्रैडन ग्लोवर ने 3 विकेट लिए.

गेंदबाजों ने दिखाया दमखम
बल्लेबाजी में तूफानी पारी खेलने के बाद हर्षल पटेल ने गेंदबाजी में भी दम दिखाते हुए 2 सफलाए हासिल की. उन्होने 3.3 ओवर में 23 रन खर्च किए. इसके अलावा दो-दो विकेट चहल- आवेश खान और अर्शदीप ने लिए. एक विकेट प्रसिद्ध कृष्णा को मिला.

लक्ष्य का पीछा करते हुए नॉर्थम्पटनशायर की टीम 19.3 ओवर में 139 रन पर सिमट गई. टीम के लिए सैफ जेब ने सबसे ज्यादा 33 रन बनाए.

हाशिम आमला, मोईन अली से लेकर शमी तक, धर्म की वजह इन क्रिकेटर को किया गया ट्रोल

किसी भी खिलाड़ी के लिए उसका खेल ही सबसे बड़ा धर्म होता है. इस खेल के जरिए उसे पैसा शोहरत और करोड़ो फैंस का प्यार मिलता है. हांलकी मैदान से इतर खिलाड़ी अपने धर्म-मज़हब का पालन करते हैं. लेकिन कई बार खिलाड़ियों को उनके धर्म की वजह से ट्रोल भी होना पड़ता है. आज हम कुछ ऐसे क्रिकेटर के बारे में बात करने जा रहे हैं जिनके उनके धर्म की वजह से ट्रोल किया गया.

डीन जोंस ने अमला पर की थी विवादित टिप्पणी
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ने अगस्त 2006 में कमेंट्री के दौरान हाशिम अमला पर विवादित टिप्पणी की थी. दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के बीच मैच के दौरान हाशिम अमला को विकेट मिलने पर कमेंट्री कर रहे डीन जोन्स ने कहा था कि, “आतंकवादी को एक और विकेट मिल गया.” इस कमेंट्री को करोड़ों क्रिकेट फैंस ने सुना. इस मामले पर विवाद होने के बाद डीन जोन्स ने कहा था कि- उनको लगा था कि उस समय विज्ञापन चल रहे थे, वर्ना उनका इरादा ऐसा बोलकर सबका दिल दुखाने का नहीं था. ब्रॉडकास्टर ने उनका अनुबंध तुरंत रद्द कर दिया था. जोन्स ने इसके बाद कई बार हाशिम अमला से इस बात को लेकर माफी भी मांगी.

मोईन अली पर तस्लीमा नसरीन की टिप्पणी
2021 में लेखिका तस्लीमा नसरीन ने इंग्लैंड के क्रिकेटर मोइन अली के एक वीडियो को लेकर कहा था कि यदि वो खिलाड़ी नहीं होते तो आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का हिस्सा होते. उनके इस ट्वीट को लेकर जमकर विवाद हुआ था. इंग्लैंड की टीम ने भी मोइन अली का बचाव करते हुए तस्लीमा नसरीन के बयान की आलोचना की थी.
विवाद बढ़ने के बाद अब तस्लीमा नसरीन ने अपनी सफाई में कहा था कि “नफरती लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि मोइन अली पर मेरा ट्वीट मजाकिया अंदाज में किया गया था. लेकिन उन्होंने मुझे नीचा दिखाने के लिए इसे मुद्दा बना लिया क्योंकि मैं मुस्लिम समाज को सेकुलर बनाने की कोशिश करती हूं और कट्टरता का विरोध करती हूं. मानव सभ्यता की सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि महिलाओं के समर्थक वामपंथी भी महिला विरोधी इस्लामिक लोगों का समर्थन करते हैं.” मोइन अली ने चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम की जर्सी से शराब के विज्ञापन का लोगो हटाने की अपील की थी.

मोहम्मद शमी पर भी हुई थी धार्मिक टिप्पणियां
2021 टी20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की हार के बाद भारत के मोहम्मद शमी पर भी उनके धर्म को लेकर टिप्पणियां हुई थीं. फेसबुक पर कई आलोचकों ने कहा था कि शमी अपने देश के प्रति वफादार नहीं हैं और उन्होंने जानबूझकर भारत को हराया है. टीम इंडिया विश्व कप में पहली बार पाकिस्तान से हारी थी और यह मैच भारत ने 10 विकेट से गंवाया था. हालांकि, भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों और पूर्व क्रिकेटरों ने शमी का समर्थन किया था.

रोमन पावेल के तूफान में उड़ा बांग्लादेश, 6 छक्के लगाकर मचाया गदर, टूटे ढेर सारे रिकॉर्ड

तीन मैचों की टी-20 सीरीज के दूसरे मुकाबले में वेस्टइंडीज ने बांग्लादेश को 35 रनों से हरा दिया. विंडसर पार्क डोमिनिका पार्क में खेले गए इस मैच में वेस्टइंडीज ने 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 193 रन बनाए थे. वेस्टइंडीज की जीत के हीरो रोमन पावेल रहे जिन्होने विस्फोटक पारी खेली. इस जीत के साथ ही में कैरेबियाई टीम सीरीज़ ने 1-0 से बढ़त बना ली है.

वेस्टइंडीज के कप्तान निकोलस पूरन ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया था, जिसके बाद काइल मेयर और शरमाई ब्रूक्स के रूप में उन्हें 26 रनों तक ही दो शुरुआती झटके लगे. इसके बाद सलामी बल्लेबाज ब्रैंडन किंग ने कप्तान निकोलस पूरन के साथ मिलकर टीम को संभाला और तीसरे विकेट के लिए 74 रनों की साझेदारी की.

बांग्लादेश को तीसरी सफलता निकोलस पूरन के विकेट के तौर पर मिली. वेस्टइंडीज के कप्तान ने 34 रन बनाए. ब्रैंडन किंग ने एक छोर संभाला हुआ था, ऐसे में मैदान पर उनका साथ देने हार्ड हिटिर रोवमैन पॉवेल आए. 163 के स्कोर पर ब्रैंडन किंग(57) ने शोरफुल इस्लाम के खिलाफ अपना विकेट गंवाया. रोवमैन पॉवेल ने ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी की और 28 गेंदों पर 61 रन ठोक दिए. वेस्टइंडीज ने 20 ओवर में 5 विकेट गंवाकर कुल 193 रन जोड़े.

वेस्टइंडीज के बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की टीम अच्छी शुरुआत करने में नाकाम रही और उन्हें एक के बाद एक तीन बड़े झटके लगे. इनामुल हक(3), लिटन दास(5) और कप्तान महमूदुल्लाह रियाद(11) जल्द ही आउट हुए. शाकिब अल हसन ने 68 रनों की पारी खेली, लेकिन उन्हें दूसरे छोर से किसी भी बल्लेबाज़ का साथ नहीं मिला. शाकिब के अलावा अफिफ हुसैन ने 34 रन बनाए. बांग्लादेश की टीम 20 ओवर में 6 विकेट गंवाकर सिर्फ 150 रन ही बना सकी और 35 रनों से मुकाबला हार गई.

बता दें कि ओबेड मैकॉय और रोमारिया शेफर्ड ने दो-दो सफलाएं हासिल की. वहीं ओडियन स्मिथ और अकील होसिन के खाते में एक-एक विकेट आया. सीरीज का पहला मैच बारिश के कारण पूरा नहीं हो सका था, इसलिए अब वेस्टइंडीज की टीम दूसरा मैच जीतकर 1-0 से बढ़त बना चुकी है.

करोड़ो की कमाई फिर भी मैदान पर फटा जूता पहनकर खेलता है ये दिग्गज, जाने क्यों

भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने एजबेस्टन टेस्ट के दूसरे और तीसरे दिन अपनी धारदार गेंदों से इंग्लैंड के बल्लेबाजों की जिंदगी मुश्किल कर दी थी. शमी को पारी में सिर्फ दो विकेट मिले, लेकिन उनकी गेंदों का सामना करना इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए सबसे बड़ी चुनौती रही. शमी की गेंदों ने जितना भारतीय क्रिकेट टीम के फैंस को प्रभावित किया, उतना ही चौंकाया उनके जूतों की हालत ने. गेंदबाजी के दौरान शमी के एक जूते में आगे की ओर बड़ा सा छेद था, जिसने कईयों के मन में सवाल खड़ा कर दिया कि अच्छी खासी कमाई करने वाले भारतीय पेसर को ऐसे जूते क्यों पहनने पड़ रहे हैं?

एजबेस्टन में जूते का हुआ बुरा हाल
एजबेस्टन टेस्ट के तीसरे दिन शमी जबरदस्त गेंदबाजी कर रहे थे, लेकिन इसी दौरान उन्हें अपने जूते बदलने पड़ गए. शमी का एक पैर का जूता आगे से पूरी तरह फट गया था, जिसके चलते उन्हें अपने नए जूते मंगाने पड़े. इसने हर किसी को हैरान कर दिया. शमी का जूता इसलिए फटा क्योंकि उसमें पहले से ही आगे एक छेद था, जो आखिर में पूरी तरह से खुल गया. अब फिर वही सवाल कि ये छेद था क्यों? तो इसका जवाब अगली कुछ पंक्तियों में है.

इसलिए पहनते हैं फटा जूता
असल में शमी के दोनों जूतों में नहीं, बल्कि सिर्फ बाएं पैर के जूते में छेद रहता है, जिसकी वजह उनकी गेंदबाजी में ही छुपी है. दाएं हाथ के अनुभवी पेसर हर मैच में इसी तरह के जूते पहनकर उतरते हैं, जिसमें बाएं पैर वाले जूते में आगे की ओर छेद रहता है. असल में इसकी बड़ी वजह है शमी का गेंदबाजी एक्शन. शमी जब अपने रन-अप में गेंद फेंकने से पहले हल्का उछलते हैं और फिर क्रीज पर आते हैं, तो लैंडिंग के वक्त उनका बायां पैर आगे रहता है.

भारत को भारी पड़ा कोहली का गुस्सा! लड़ाई के बाद बेयरस्टो ने ठोका सबसे तेज शतक, टूटे कई रिकॉर्ड

  • भारत और इंग्लैंड के बीच जारी एजबेस्टन टेस्ट के तीसरे दिन मेजबान टीम के बल्लेबाज जॉनी बेयस्टो ने शतकीय पारी खेली. यह मैच का तीसरा शतक है. वहीं बेयरस्टो का पिछले तीन मैच में यह लगातार तीसरा शतक है. उनके शतक की बदौलत इंग्लैंड की टीम फॉलोअन के संकट से निकले में कामयाब रही.

    बेयरस्टो ने 140 गेंदो पर 106 रन बनाए. उन्होने 119 गेंदों पर शतक पूरा किया. अपनी पारी में उन्होने 14 चौके और 2 छक्के लगाए. बेयरस्टो मोहम्मद शमी की गेंद पर कोहली के द्वारा कैच किए गये. हांलकी उस वक्त इंग्लैंड की टीम 241-7 का स्कोर बना चुकी थी.

    कोहली और बेयरस्टो में तकरार
    जॉनी बेयरस्टो की इस पारी में विराट कोहली से लड़ाई हुई थी. लेकिन ये लड़ाई उनके लिए बेहतर साबित हुई, क्योंकि बेयरस्टो शुरुआत में काफी स्ट्रगल कर रहे थे. विराट कोहली से हुई लड़ाई के बाद उनका अंदाज़ ही बदल गया.

    इसका अंदाज़ा इसी आंकड़े से लगाया जा सकता है कि अपनी शुरुआती 60 बॉल में जॉनी ने सिर्फ 13 ही रन बनाए थे, लेकिन बाद की 53 बॉल में 78 रन ठोक डाले. इस दौरान जॉनी बेयरस्टो का स्ट्राइक रेट 150 के ऊपर का रहा. साफ है कि विराट कोहली संग हुई बहस ने जॉनी को पूरी तरह जगा दिया.

    तोड़े ये रिकॉर्ड

    • अपनी इस पारी में जॉनी ने कुछ रिकॉर्ड अपने नाम किए. बेयरस्टो ने अपनी सेंचुरी 119 बॉल में पूरी की, साल 2016 के बाद किसी भी बल्लेबाज द्वारा टेस्ट में भारत के खिलाफ जड़ा गया यह सबसे तेज़ शतक है.
    • साथ ही पिछले तीन टेस्ट में यह लगातार जॉनी बेयरस्टो का तीसरा शतक है. इससे पहले न्यूज़ीलैंड के खिलाफ हुई सीरीज़ में भी वह ज़बरदस्त फॉर्म में थे. पिछले तीन मैच में जॉनी बेयरस्टो 8, 136, 162, 71* और 100* रन बना चुके हैं.
    • इस पारी के साथ जॉनी बेयरस्टो साल 2022 में टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. जॉनी बेयरस्टो ने अभी तक इस साल में 880 रन बनाए हैं, इसमें 5 शतक शामिल हैं

बुमराह के बाद अब इंग्लिश बल्लेबाज ने उड़ाया गर्दा, भारतीय गेंदबाज के ओवर में 5 छक्के लगाकर 31 रन कूटे

एसेक्स के बल्लेबाज पॉल वॉल्टर ने शनिवार (2 जुलाई) को ग्लेमोर्गन के खिलाफ चेम्सफोर्ड में खेले गए टी-20 ब्लास्ट 2022 के मुकाबले में अपनी तूफानी बल्लेबाजी से धमाल मचा दिया. 252.17 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए वॉल्टर ने 23 गेंदों में दो चौकों और छह छक्कों की मदद से 58 रन बनाए. अपनी पारी के 44 रन सिर्फ चौकों-छक्कों से बनाए.

भारतीय मूल के प्रेम सिसोदिया द्वारा डाले गए पारी के 16वें ओवर में वॉल्टर ने डैन लॉरेंस के साथ मिलकर 31 रन बटोरे. वॉल्टर ने पहली चार गेंद पर लगातार चार छक्के जड़े और फिर एक रन दौड़कर लिया, आखिरी गेंद पर लॉरेंस ने छक्का जड़ा.

वॉल्टर के अलावा लॉरेंस ने 37 गेंदों में आठ चौकों और तीन छक्कों की मदद से 71 रन बनाए. वॉल्टर और लॉरेंस ने मिलकर 8.1 ओवरों में 101 रन जोड़े. एडम रॉसिंगटन ने 23 गेंद में 45 रन की पारी खेली. जिसकी बदौलत एसेक्स ने निर्धारित 20 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 254 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया. यह टी-20 ब्लास्ट के इतिहास का चौथा सबसे बड़ा स्कोर है.

इसके जवाब में कप्तान सैम नॉर्थईस्ट की नाबाद 97 रनों की तूफानी पारी के बावजूद भी ग्लेमोर्गन की टीम 7 विकेट के नुकसान पर 185 रन ही बना सकी और एसेक्स ने 69 रनों से शानदार जीत हासिल की.
बुमराह ने ठोके 35 रन

गौरतलब है कि शनिवार को इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने एक ओवर में 29 रन बनाकर इतिहास रचा था. उन्होने स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में 4 चौके 2 छक्के और एक सिंगल रन लिया. इस ओवर में 6 रन अतिरिक्त के मिले जिसक चलते कुल 35 रन आए.